मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
महाभारत काल से दिल्ली shiv chalisa lyricsl के प्रसिद्ध मंदिर
करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन shiv chalisa in hindi नहीं रहै कलेशा॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥